Vladimir Putin, Russia के राष्ट्रपति ने नागरिकों से आगामी राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने की अपील की है। 15-17 March को होने वाले इस चुनाव के माध्यम से Putin एक बार फिर से Russia के राष्ट्रपति पद पर खड़े होने की उम्मीद रखते हैं। इस जीत के साथ ही Putin 2030 तक इस पद पर बने रहेंगे, जो कि 18th century में Catherine the Great के बाद किसी भी Russian नेता के लिए सबसे लंबा कार्यकाल होगा।
चुनावी अपील और देशभक्ति
Vladimir Putin का कहना है कि चुनाव में भाग लेना देशभक्ति की भावना का प्रकटीकरण है। उन्होंने Russian नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि देश एक “कठिन” दौर से गुजर रहा है और सभी क्षेत्रों में जटिल चुनौतियों का सामना कर रहा है। इस समय चुनाव में भाग लेना, देश के प्रति अपनी वफादारी दिखाने का समय है।
चुनावी प्रक्रिया की नई विशेषताएं
इस वर्ष का राष्ट्रपति चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक है। पहली बार, चुनाव तीन दिनों तक चलेगा और Online Voting की सुविधा भी होगी। इस चुनावी प्रक्रिया में, 2014 में Moscow द्वारा अधिग्रहित Crimean Peninsula सहित, Ukraine के अनेक्स किए गए क्षेत्रों के निवासी भी मतदान में अपनी भागीदारी दर्ज कराएंगे।। Putin ने कहा कि फ्रंट लाइन पर लड़ रहे हमारे योद्धा भी voting करेंगे, जो हम सभी के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करते हैं।
Vladimir Putin का राजनीतिक करियर
Putin, जो एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में सूचीबद्ध हैं, अपने पांचवें कार्यकाल के लिए दौड़ रहे हैं। इस जीत के साथ, वह अगले छह वर्षों के लिए सत्ता में बने रहेंगे। 2000 में पहली बार चुने जाने के बाद से, वह अब Soviet Dictator Joseph Stalin के बाद से Kremlin के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले नेता हैं।
इस चुनावी मुकाबले में Kremlin समर्थक पार्टियों के उम्मीदवार भी शामिल हैं, लेकिन मुख्य विपक्षी नेता Alexei Navalny की मौत के साथ, Putin का राजनीतिक जीवन एक तरह से ‘राष्ट्रपति-जीवन’ चरण में प्रवेश कर गया है। Putin और उनके समूह ने Post Putin Era के लिए कोई दृश्यमान तैयारियां नहीं की हैं।
Conclusion
Vladimir Putin की इस चुनावी अपील में न केवल उनके अगले कार्यकाल के लिए वोट मांगने की रणनीति है, बल्कि यह Russian नागरिकों को उनकी राष्ट्रीय पहचान और Patriotism की याद दिलाने का एक प्रयास भी है। चुनावी प्रक्रिया में नवाचार और तकनीकी उपयोग, इसे और अधिक सम्मिलित और सुलभ बना रहे हैं। जैसा कि Russia और उसके नेतृत्व का भविष्य इस चुनाव के परिणाम पर टिका है, दुनिया की नज़रें इस पर टिकी हुई हैं।