Lal Crater: A Tribute To Professor Devendra Lal
सबसे बड़ा Crater, जिसका व्यास लगभग 65 Kilometer है, का नाम “लाल क्रेटर” रखा गया है, जो प्रोफेसर Devendra Lal के सम्मान में है. Professor Devendra Lal, जिन्होंने 1972 से 1983 तक PRL के Director के रूप में सेवा की, ने Cosmic Ray Physics और Space Research के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनका नेतृत्व और अग्रणी कार्य वैज्ञानिक समुदाय पर एक अमिट छाप छोड़ गया है.
SHARAD ने Lal Crater में महत्वपूर्ण Sedimentary Deposits की पहचान की, जो दर्शाता है कि कभी यहाँ पानी बहता था. यह खोज Mars के अतीत के जलवायु और रहने योग्य होने की संभावना के बारे में हमारे ज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान देती है, जिससे ग्रह के अरबों वर्षों के विकास के बारे में अंतर्दृष्टि मिलती है.
Mursan And Hilsa Craters: Honoring Indian Heritage
Lal Crater के बगल में दो छोटे Crater हैं: Mursan Crater और Hilsa Crater. Mursan Crater का नाम Uttar Pradesh के हाथरस जिले के Mursan शहर के नाम पर रखा गया है, जबकि Hilsa Crater का नाम बिहार के नालंदा जिले के Hilsa शहर के नाम पर रखा गया है. दोनों शहर क्षेत्र में सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व रखते हैं, और इन क्रेटरों का नामकरण उनके नाम पर करना Space के अन्वेषण और समझ में हमारे समृद्ध सांस्कृतिक ताने-बाने का संकेत है.
SHARAD (Mars SHAllow RADar Sounder), NASA के Mars Reconnaissance Orbiter (MRO) पर लगे एक अत्याधुनिक Subsurface Sounding Radar ने इन क्रेटरों की खोज को संभव बनाया. यह Technology वैज्ञानिकों को Mars की सतह के नीचे की जांच करने की अनुमति देती है, जिससे इसके Geological Composition और History के बारे में जानकारी मिलती है.
Tharsis Volcanic Plateau: Mars का विशाल ज्वालामुखी क्षेत्र
ये तीनों Crater Tharsis Volcanic Region में स्थित हैं. Tharsis एक विशाल ज्वालामुखी पठार है जो मंगल के पश्चिमी गोलार्ध में भूमध्य रेखा के पास केंद्रित है. इस क्षेत्र में सौरमंडल के सबसे बड़े ज्वालामुखी हैं. PRL की सिफारिश पर, International Astronomical Union (IAU) Working Group For Planetary System Nomenclature ने 5 June को इन क्रेटरों के नाम “लाल”, “मुरसान” और “हिलसा” रखने को मंजूरी दी.
Significance Of Naming: Cultural Connection
Mursan और Hilsa Crater लगभग 10 Kilometer चौड़े हैं और लाल Crater के पूर्वी और पश्चिमी किनारों पर स्थित हैं. इन नामों का महत्व केवल वैज्ञानिक नहीं है; यह हमारे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को भी सम्मानित करता है. जब हम Space में आगे बढ़ते हैं, तो यह नाम हमें हमारी जड़ों की याद दिलाते हैं और हमें गर्वित करते हैं.