Reserve Bank of India (RBI) की monthly bulletin के अनुसार, भारत में GDP Growth 8 Percent रहने की संभावना है, जो कि एक Conductive Macroeconomic Configuration के कारण संभव हो पाएगा।
इससे देश की Economic Development की राह को और मजबूती मिलेगी। FY21 से FY24 तक की years में Growth की औसत दर 8 Percent से अधिक रही है, और Existing Infrastructure यह show करती है कि यह Growth न केवल बरकरार रखी जा सकती है, बल्कि इसे और भी बढ़ाया जा सकता है।
World, Economy Recession की ओर advance कर रही है है और कई मजबूत अर्थव्यवस्थाएं भी Growth में कमी का सामना कर रही हैं।
हालांकि, इसके विपरीत, भारत की Real GDP Growth FY24 की third quarter में 6th quarter के high level पर पहुँच गई।
Inflation में कमी के साथ-साथ, Core Inflation के broad base पर नरम पड़ने से भी Inflation की हेडलाइन value 4 Percent के target की ओर तेजी से गिरावट आई है।
भारत में Macroeconomic और Financial Stability को बढ़ावा देने वाले कुछ Reasons में मामूली account deficit, strong external buffers और healthy financial sector में balance sheets हैं।
Technology नई Growth Opportunities को पकड़ने के लिए और अधिक competitive और कुशल बनने में मदद कर रही है।
इस समय Global level Infrastructure, मजबूत Manufacturing आधार, High-quality labor force, and services में global leadership का निर्माण करने का भी यह एक अवसर दिख रहा है।