क्या आप जानते हैं कि इस वर्ष Ram Navami के दिन अयोध्या के Ram Mandir में विशेष रूप से 1,11,111 किलोग्राम laddoos का भव्य प्रसाद चढ़ाया जाएगा?
ये न सिर्फ एक धार्मिक प्रसाद है, बल्कि एकता और भाईचारे का प्रतीक भी है, जो लाखों भक्तों को एक साथ लाता है। इस भव्य उत्सव में जो धूम मचेगी, वह निश्चित रूप से इतिहास में दर्ज की जाएगी। चलिए जानते हैं इस अनूठे उत्सव के बारे में।
Ram Navami का महत्व और इतिहास
राम नवमी हिन्दू धर्म में बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है, जिस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में पूजा जाता है।
यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है, जो कि इस वर्ष 16 अप्रैल से शुरू होकर 17 अप्रैल को समाप्त होगा।
इस दिन भक्त व्रत रखते हैं, पूजा करते हैं, और मंत्रों का जाप करके भगवान राम से आशीर्वाद की कामना करते हैं।
Ram Navami 2024: पूजा मुहूर्त और समय
इस वर्ष राम नवमी के लिए पूजा के मुहूर्त और समय निम्नलिखित हैं:
Event | Date And Time |
Madhyanha Muhurat | 9:57 AM to 12:31 PM (2 hours, 33 minutes) |
Ram Navami Madhyanha | 11:14 AM |
Navami Tithi Begins | 16 April 2024, 1:23 PM |
Navami Tithi Ends | 17 April 2024, 3:15 PM |
Madhyanha Muhurat | 17 April 2024, 11:14 AM To 12:31 PM |
Vijay Muhurta | 17 April 2024, 2:34 PM To 3:24 PM |
Twilight Time | 17 April 2024, 6:47 PM To 7:09 PM |
इन मुहूर्तों में भक्तजन विशेष रूप से पूजा-अर्चना कर सकते हैं और भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
Festival Celebrations At Ram Mandir
अयोध्या में इस वर्ष Ram Mandir का आयोजन और भी विशेष रहेगा क्योंकि इसी वर्ष जनवरी में मंदिर का उद्घाटन हुआ था। राम नवमी पर, मंदिर में 1,11,111 किलोग्राम Laddoos का प्रसाद अर्पित किया जाएगा, जो कि Devraha Hans Baba Trust द्वारा प्रदान किया जा रहा है।
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पूजा विधि: आराधना और प्रसाद वितरण
राम नवमी की पूजा में रोली, चंदन, धूप और फूलों का उपयोग कर भगवान राम, माँ सीता, भाई लक्ष्मण और हनुमान जी की पूजा की जाती है।
पूजा के अंत में आरती की जाती है और उपस्थित जनों में प्रसाद वितरित किया जाता है।
राम नवमी social harmony और धार्मिक भावना को बल प्रदान करती है। मंदिर में प्रसाद का डिस्ट्रीब्यूशन इस भावना को और मजबूत करता है, जिससे समाज में एकता और आपसी भाईचारे की मिसाल कायम होती है।