Dwarka Expressway, जिसका उद्घाटन हाल ही में हुआ है, न केवल एक सड़क परियोजना है बल्कि यह Delhi और Gurugram के बीच यातायात के प्रवाह को बदलने वाली एक क्रांतिकारी पहल है।
इसके निर्माण से न केवल trafic की भीड़ में कमी आएगी बल्कि यात्रा का timing भी कम होगा, जिससे लोगों का जीवन आसान और सुकून होगा।
Advanced Technology और Design
इस परियोजना में विश्व स्तरीय डिजाइन और निर्माण तकनीकों का उपयोग किया गया है, जिसमें भारत की पहली 4 KM लंबी 8-lane टनल शामिल है, जो इसे एक अनूठी परियोजना बनाती है।
पर्यावरण पर प्रभाव
Dwarka Expressway का डिजाइन पर्यावरण के प्रति संवेदनशील है, जिसमें शोर और प्रदूषण को कम करने के उपाय शामिल हैं। इससे Delhi NCR क्षेत्र में वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
Connectivity
यह Expressway Indira Gandhi International Airport से सीधे Connectivity प्रदान करता है, जो यात्रा के समय को काफी कम कर देगा और यात्रियों के लिए सुविधा में वृद्धि करेगा।
यात्री सुविधाएं और सुरक्षा
Expressway पर यात्री सुविधाओं और सुरक्षा उपायों पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसमें उन्नत सुरक्षा कैमरे और पेट्रोलिंग शामिल हैं, ताकि यात्रा सुरक्षित और आरामदायक रहे।
Dwarka Expressway की विशेषताएं और यात्रियों को इससे कैसे लाभ होगा:
- Haryana में Dwarka Expressway का 19 KM का खंड: इसे लगभग 4,100 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है। यह दो हिस्सों में विभाजित है, पहला Delhi-Haryana सीमा से बसई Rail-Over-Bridge (ROB) तक 10.2 KM और दूसरा बसई ROB से खेरकी दौला तक 8.7 KM का है।
- पूरी तरह से नियंत्रित 14-lane Corridor: भारत में इस तरह का पहला प्रोजेक्ट, जिसमें चार multi-level interchange शामिल हैं जो सुरंगों या अंडरपास, जमीनी स्तर के रोड सेक्शन, और ऊंचे flyovers को शामिल करते हैं।
- Delhi और Gurugram में स्थित पहले दो सेगमेंट: कुल मिलाकर 10 KM, यह शिव मूर्ति से शुरू होकर द्वारका सेक्टर 21, Gurugram सीमा, बसई होते हुए खेरकी दौला पर खत्म होता है।
- Indira Gandhi International Airport और Gurugram bypass से सीधी Connectivity: यह क्षेत्र में परिवहन की कुशलता को बढ़ावा देगा, जिससे यात्रा का समय कम होगा और यात्री अधिक सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा का अनुभव कर सकेंगे।
- 8-lane Elevated Structure और भारत की पहली 4 KM लंबी 8-lane टनल: इसे ‘शैलो टनल’ के रूप में वर्णित किया गया है जिसका निर्माण कम आक्रामक तरीके से किया गया है। Expressway का प्रारंभिक बिंदु NH 48 के नीचे दो अंडरपास के साथ एक इंटरचेंज शामिल करता है, जिससे प्रतिदिन 3 लाख वाहनों की सेवा होती है। इसका उद्देश्य यातायात जाम को कम करना और Delhi NCR क्षेत्र में वाहन प्रदूषण को कम करना है।