हाल ही में, Indian Space Research Organisation (ISRO) ने पृथ्वी, Sun-Earth L1 Point, और चंद्रमा से आये Solar Events को Capture किया है. यह Solar Storm पिछले सप्ताह पृथ्वी को प्रभावित किया था, जिसे AR13664 नामक एक Active क्षेत्र ने Trigger किया था. इस घटना ने विज्ञान और Technology समुदाय में काफी रुचि उत्पन्न की है.
Impact Of The Solar Storm
ISRO ने बताया कि यह Geomagnetic Storm 2003 के बाद से सबसे बड़ा तूफान था, जिसकी ताकत ऐतिहासिक Carrington Event के समकक्ष थी. इस तूफान ने Multiple X-class Flares और Coronal Mass Ejections (CMEs) के जरिये पृथ्वी को प्रभावित किया था. इसके प्रभाव से High अक्षांशों पर स्थित विमानों को मार्ग परिवर्तन करना पड़ा था. इसके आलावा, भारतीय क्षेत्र Low प्रभावित हुआ क्योंकि तूफान का मुख्य प्रहार 11 May की सुबह में हुआ था.
ISRO’s Observations From Ground
Gadanki, Andhra Pradesh में स्थित National Atmospheric Research Laboratory से Global Navigation Satellite System Network के Observations से पता चला कि 10 May की मध्यरात्रि से 11 May की सुबह तक Total Electron Content (TEC) में 50% से अधिक की कमी आई थी. दिन के Time TEC में लगभग 10% की वृद्धि हुई थी और शाम को यह लगभग 30% अधिक था.
ISRO’s Observations From Space
ISRO ने यह भी बताया कि उसने अपने सभी Observation Platforms और Systems को इस घटना के Signature Record करने के लिए Active किया था. Aditya-L1 और Chandrayaan-2 ने इन Solar Eruptive Events के Signature देखे और विश्लेषण किया गया था. Aditya-L1 के Board पर लगे ASPEX Payload ने High गति की Solar Wind, High तापमान की Solar Wind Plasma, और Energetic Ion Flux को दर्ज किया था.
Indian Spacecraft Health
ISRO की Master Control Facility Team ने किसी भी Geomagnetic गतिविधि के प्रति सतर्क और चौकस रही थी. कुछ अंतरिक्ष यानों में Momentum Wheel Speed विचलन और MTC Current Saturation देखा गया था. हालांकि, सभी 30 GEO Spacecrafts में कोई बड़ी समस्या नहीं देखी गई थी.
Frequently Asked Questions
What Is A Solar Storm?
Solar Storm एक घटना होती है जब सूरज से बड़े पैमाने पर Energetic पदार्थ का Emissions होता है, जिसमें X-class Flares और CMEs शामिल होते हैं. यह पृथ्वी पर विभिन्न प्रकार के प्रभाव डाल सकता है.
How Does ISRO Monitor These Events?
ISRO इन घटनाओं को अपने अंतरिक्ष यानों और विभिन्न प्रकार के Payloads के जरिए Monitor करता है, जिसमें Aditya-L1 और Chandrayaan-2 जैसे Mission शामिल हैं.