Gold Price Today: बुधवार की शुरुआत में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. 24-कैरेट गोल्ड की कीमत में Rs 10 की गिरावट आई, जिससे इसकी कीमत Rs 74,500 प्रति 10 ग्राम हो गई.
इसी तरह, सिल्वर की कीमत में भी Rs 100 की गिरावट हुई, जिससे इसकी कीमत Rs 94,500 प्रति किलोग्राम हो गई.
इस लेख में, हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि कैसे विभिन्न शहरों में गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में बदलाव आया है और कौन से कारक इन कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं.
Gold and Silver Prices in Major Cities
24-कैरेट गोल्ड की कीमतें
शहर | कीमत (प्रति 10 ग्राम) |
Mumbai | Rs 74,500 |
Kolkata | Rs 74,500 |
Hyderabad | Rs 74,500 |
Delhi | Rs 74,650 |
Bengaluru | Rs 74,500 |
Chennai | Rs 74,830 |
22-कैरेट गोल्ड की कीमतें
शहर | कीमत (प्रति 10 ग्राम) |
Mumbai | Rs 68,290 |
Kolkata | Rs 68,290 |
Hyderabad | Rs 68,290 |
Delhi | Rs 68,440 |
Bengaluru | Rs 68,290 |
Chennai | Rs 68,590 |
Silver की कीमतें
शहर | कीमत (प्रति किलोग्राम) |
Delhi | Rs 94,500 |
Mumbai | Rs 94,500 |
Kolkata | Rs 94,500 |
Chennai | Rs 98,900 |
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International Gold Prices and Market Trends
US में सोने की कीमतें:
बुधवार को US में सोने की कीमतें स्थिर रहीं और $2,400 के प्रमुख स्तर के ऊपर बनी रहीं. Spot gold ने $2,422.45 प्रति औंस पर अपनी स्थिति बनाए रखी, जबकि सोमवार को इसने $2,449.89 का रिकॉर्ड उच्च स्तर छुआ था.
Spot silver की कीमत में 0.4% की बढ़ोतरी हुई और यह $32.08 प्रति औंस पर पहुंच गई. इसके अलावा, platinum की कीमत 0.4% बढ़कर $1,050.50 और palladium की कीमत $1,025.75 पर स्थिर रही.
Factors Influencing Gold and Silver Prices
गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में उतार-चढ़ाव को कई तत्व प्रभावित करते हैं, जिनमें प्रमुख ज्वेलर्स की मांग, देशों के बीच मुद्रा मूल्य में बदलाव, वर्तमान ब्याज दरें और सरकारी नियम शामिल हैं.
इसके अलावा, वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति और अन्य मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती भी भारतीय बाजार में सोने की कीमतों को प्रभावित करती है.
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट कई reasons का परिणाम है. जहां एक ओर अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझान इनकी कीमतों को प्रभावित करते हैं, वहीं दूसरी ओर स्थानीय मांग और आपूर्ति भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
निवेशकों के लिए यह समय सतर्क रहने का है, क्योंकि Global Events और आर्थिक नीतियों के कारण कीमतों में और भी उतार-चढ़ाव आ सकते हैं.